नगर पालिका क्षेत्र के कोने-कोने में गंदगी का जमावड़ा नगर पालिका की नाकामी को बता रहा
रोहित मिश्रा रिपोर्टर
रायबरेली इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। रायबरेली वाशियो के लिए गंदगी का अम्बार तो जैसे एक आम बात हो गई है। नगर पालिका क्षेत्र के कोने-कोने में गंदगी का जमावड़ा नगर पालिका की नाकामी को बता रहा है और इसका मुख्य कारण निकलकर सामने आता है नगर पालिका अध्यक्ष और सफाई कर्मचारियों के बीच का मतभेद। कुछ लोग इस पूरे मामले को ठेका पट्टे को लेकर जोड़ रहे हैं तो सफाई कर्मचारी इसको वेतन सहित 11 सूत्री मांगों की पूरे ना होने से जोड़ रहे हैं और अब आलम यह है कि सैकड़ो सफाई कर्मचारी धरना प्रदर्शन पर बैठ चुके हैं ।जिसका खामियाजा नगर पालिका क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ रहा है। नगर पालिका सफाई कर्मचारियों के 11 सूत्री मांगों में सबसे ज्यादा प्रमुख मांग है उनके वेतन संबंधी वहीं पूरे मामले को लेकर सफाई कर्मचारियों ने नगर पालिका अध्यक्ष पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं सिर्फ इतना नहीं अगर उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो धरना प्रदर्शन उग्र करने की भी बात कहा है ।वही अंदर खाने से एक बात और चर्चा में बनी है एक वरिष्ठ लिपिक बाबू के खिलाफ लामबंद हुए सफाई कर्मचारियों से जुड़ी खबर जिसमें सफाई कर्मचारी संजय मौर्य जो नेतृत्व कर रहे अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ का जो एक जिला महासचिव है , जिनका एक पुराने भ्रष्टाचार के मामले में संयुक्त होना। हालांकि पूरे मामले में सफाई कर्मचारी सवालों से बचता नजर आया है क्योंकि उसके द्वारा जिस वरिष्ठ लिपिक बाबू पर आरोप लगाया जा रहा है उस पूरे मामले में आरोपी के घेरे में सबूत सफाई कर्मचारी संजय मौर्य की संलिप्तता सामने आई है।