72 दिन मजदूरों ने किया काम नहीं मिली मजदूरी भुखमरी की कगार पर परिवार
खंड विकास अधिकारी क्षेत्र पंचायत महाराजगंज के सामने विरोध प्रदर्शन किया और आरोप लगाया की इंटरलॉकिंग बाउंड्री वॉल का पैसा आया लेकिन वह पैसा हम लोग को नहीं मिला
जिसका कारण वहां पर बैठे भ्रष्ट अधिकारी और भ्रष्ट प्रधान। एक ऐसा ही मामला रायबरेली के महाराजगंज थाना क्षेत्र कैर गांव का निकल कर प्रकाश में आया है।जहां मजदूरों ने 72 दिन काम किया लेकिन उनकी मजदूरी का पैसा नहीं मिला
महराजगंज रायबरेली एक तरफ जहां योगी और मोदी सरकार ग्रामीण अंचलों में करोड़ों की योजनाओं का बजट भेजती है ताकि उन योजनाओं के बजट का भरपूर लाभ ग्रामीणों को मिल सके और वह अपना परिवार का भरण पोषण कर सकें लेकिन ऐसा कम ही देखने को मिलता है। जिसका कारण वहां पर बैठे भ्रष्ट अधिकारी और भ्रष्ट प्रधान। एक ऐसा ही मामला रायबरेली के महाराजगंज थाना क्षेत्र कैर गांव का निकल कर प्रकाश में आया है।जहां मजदूरों ने 72 दिन काम किया लेकिन उनकी मजदूरी का पैसा नहीं मिला। जिसका नतीजा अब वह भूखमरी की कगार में है।जहां आज समस्त मजदूरों ने खंड विकास अधिकारी क्षेत्र पंचायत महाराजगंज के सामने विरोध प्रदर्शन किया और आरोप लगाया की इंटरलॉकिंग बाउंड्री वॉल का पैसा आया लेकिन वह पैसा हम लोग को नहीं मिला बल्कि उस पैसे को अन्य लोगों को दे दिया गया। हमने इसकी शिकायत संपूर्ण समाधान दिवस में भी किया।लेकिन वहां भी हम लोगों की सुनवाई नहीं हुई। दरअसल आज संपूर्ण समाधान दिवस के अंतर्गत अधिकारियों के द्वारा मजदूरों और ग्रामीणों को यह आश्वासन दिया गया कि आप लोग खंड विकास अधिकारी से मिलिए आपका जो भी बकाया राशि है वह आपके खाते में पहुंचाई जाएगी। फिलहाल समस्त मजदूर और ग्रामीणों ने खंड विकास अधिकारी क्षेत्र पंचायत महाराजगंज कार्यालय का घेराव कर जमकर प्रदर्शन किया और शासन प्रशासन व उच्च अधिकारियों से मांग की हम लोगो की मजदूरी का पैसा हमें दिलाया जाए। फिलहाल अब देखना है मजदूरो की मजदूरी का पैसा मिलता है या नहीं। या यूं ही भ्रष्ट अधिकारी और भ्रष्ट प्रधान के चंगुल में इसी तरह आए दिन गरीब बेसहारा मजदूर मजदूरी तो करेंगे लेकिन उनकी मजदूरी का पैसा उन्हें नहीं मिलेगा। क्योंकि जब गांव का मुखिया ही भ्रष्ट हो तो ऐसे में मजदूर कर ही क्या सकते हैं।